हिंदी सुविचार

मुझे नहीं पता कि मैं कैसे जीतूंगा बस मुझे यह पता है कि मैं हारने वाला नहीं हूं

मैं अपने घर की इकलौती की उम्मीद हूं… साहब, इसलिए अपने लुक्स से ज्यादा बुक्स पर ध्यान दे रहा हूं।

किसी को फोर्स मत करो कि वह आपको टाइम दे… अगर कोई सच में आपकी केयर करता है तो वह आपके लिए टाइम निकाल ही लेगा।

किसी का दिल इतना भी मत दुखाओ कि वह भगवान के सामने आपका नाम लेकर रो पड़े… क्योंकि टूटे हुए दिल से निकली आह अर्श तक जाती है।

कभी गौर करो अपनी गलतियों पर…. अपने खुद के फैसले पर अपनी नजरें झुक जाएगी।

जिसने अपने मन को वश में कर लिया है उसे भगवान भी नहीं हरा सकते।

पैसे की पावर जाननी हो तो किसी से उधार मांग लेना… यह रिश्ता तोड़ने और जोड़ने तक की क्षमता रखता है।

खुद में झांकने के लिए जिगर चाहिए जनाब… दूसरों की बुराई करने में तो और कोई माहिर होता है।

लोगों के बीच में ऐसे रहो जैसे 32 दांतो के बीच में जीभ रहती है… सभी के टच में रहना है मगर दबना किसी से नहीं है।

घाट का खामोश पत्थर हूं मैं… मैंने नदी के हजारों नखरे देखे है।

कामयाब होने से पहले एक अच्छा इंसान जरूर बनना…पैसा रहे ना रहे नाम हमेशा रहना चाहिए।

लिखने वाले ने लिखा है पैसा साथ नहीं आएगा… मगर यह नहीं लिखा कि जीते जी बहुत काम आएगा।

रोने से इंसान कमजोर होता है यह गलत है… सच तो यह है कि रो-रोकर टूटा हुआ इंसान ही मजबूत बनता है।

अक्शर अकेलेपन से वही गुजरता है… जो जिंदगी में सही फैसला देता है।

देश में ‘राजा’, समाज में ‘गुरु’, परिवार में ‘पिता’, और घर में ‘स्त्री’, यह कभी साधारण नहीं होते, ‘प्रलय और निर्माण’ दोनों उन्हीं के हाथ में होते हैं।

सलाह हारे हुए कई, तजुर्बा जीतने वाले का और दिमाग खुद का हो तो इंसान कभी नहीं हारता।

जो कमजोर होते हैं वही किस्मत का रोना रोते हैं, जिन्हें उगना होता है वह पत्थर का सीना फाड़ कर भी उगते है।

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